संदेश

Final इल्तुतमिश का ऋणानुबंध से मोक्ष

  इल्तुतमिश  का  ऋणानुबंध से मोक्ष  प्रस्तावना मनुष्य का अपने अस्तित्व को लेकर प्रश्न सदियों से रहा है: "हमारा जन्म क्यों हुआ? जीवन का उद्देश्य क्या है? यह ब्रह्मांड कैसे बना और किन नियमों से संचालित होता है? क्या ईश्वर है? मृत्यु क्यों आती है और उसके बाद क्या होता है? क्या आत्मा है? जीवन में इतने दुख क्यों हैं और उनसे मुक्ति का क्या उपाय है?" ऐसे अनगिनत प्रश्न मानव मन को हमेशा आंदोलित करते रहे हैं। इन्हीं सवालों के जवाब खोजने के लिए दर्शनशास्त्र का विकास हुआ, धर्मों का जन्म हुआ और ध्यान व योग अभ्यास की विभिन्न विधियों की खोज की गई। भारतवर्ष विश्व की सबसे प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक है और इसलिए यहाँ उपलब्ध सनातन धार्मिक ग्रंथ सबसे पुराने माने जाते हैं। विश्व के वर्तमान धर्मों में से हिंदू सनातन, बौद्ध, जैन और सिख धर्म का उद्गम भारत में हुआ, जबकि यहूदी, ईसाई और मुस्लिम धर्म का जन्म पश्चिम में हुआ। भारत अपनी प्राचीन सभ्यता के कारण स्वयं को "विश्व गुरु" कहता आया है। आज के आधुनिक युग में भी भारत का लक्ष्य केवल व्यापारिक, औद्योगिक या सामरिक लीडर बनना नहीं है। हमारा प्रा...